ऐसे अंग जो विभिन्न कार्यों में उपयोग होने के कारण काफी असमान हो सकते है लेकिन उनकी मूल संरचना एक भुनिय प्रकिर्या में समानता रहती है कहलाते है A (A) अवशेषी अंग B (B) असमजात अंग C (C) समरूप अंग D (D) समजात अंग ✓ 1