पौधों में पितृस्थ अंकुरण (Vivipary) का अभिप्राय है - A निषेचित बीज को भूमि में दबाने के पश्चात फल का परिवर्धन B तने में बनी खोलरों में संग्रहीत मिटटी में बीजों का अंकुरण C जनक वृक्ष पर लगे हुए फल के भीतर बीजों का अंकुरण ✓ D अनेक बीजों का संगठन 1