Amrit Dhara Yojana : गोवंश को प्राकृतिक खेती का आधार बनाने के साथ-साथ उनकी खराब दुर्दशा को सुधारने के लिए योगी सरकार ने अमृत धारा योजना का शुभारंभ किया है, जिसके लिए सरकार पशुपालकों को गोवंश का पालन करने के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही हैं, हाल ही में प्रस्तुत बजट 2025 में गोवंश के संरक्षण के लिए 2000 करोड रुपए का बजट पास किया है.
अमृतधारा योजना क्या है?
Amrit Dhara Yojana के अंतर्गत सरकार उन सभी पशुपालकों को आर्थिक सहायता के रूप में लोन प्रदान करती हैं जो गोवंश का पालन करते हैं. तथा उन्हें प्राकृतिक खेती के तौर पर उनका प्रयोग करते हैं, जैसा कि आपने पुराने दौर में देखा होगा लोग बैलों के जरिए खेती-बाड़ी के कार्य करते थे, जिससे गोवंश की रक्षा तो होती ही थी, साथ ही उनके मल मूत्र से प्राकृतिक खाद उत्पन्न होता था जो जमीन और स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक था.
इस योजना के अंतर्गत कोई भी पशुपालक या किस गोवंश (10 गायों का) का पालन करता है, तो सरकार द्वारा उन्हें 10 लख रुपए का लोन आसान शर्तों पर मुहैया कराया जाएगा, और ₹300000 के अनुदान तक किसी भी गारंटर की भी आवश्यकता नहीं होगी, सरकार ने इसके लिए बजट 2025 में 2000 करोड रुपए का प्रावधान किया है।
अमृतधारा योजना के फायदे?
Amrit Dhara Yojana के अंतर्गत योगी सरकार का मुख्य उद्देश्य गोवंश की रक्षा करना और रासायनिक खाद के प्रयोग को कम करना है, गोवंश द्वारा उत्सर्जित गोबर और मूत्र प्राकृतिक खाद के रूप में कार्य करता है, जिससे मानव स्वास्थ्य के साथ-साथ जल और जमीन के गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी, आसान भाषा में कहे तो योगी सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का यह एक प्रमुख कदम है।
पशुपालक और किसानों के लिए यह एक दोहरे लाभ का सौदा हो सकता है जिसके अंतर्गत परिवार के लिए शुद्ध दूध तो मिलेगा ही साथ ही साथ, खेती-बाड़ी के लिए रासायनिक खादों पर भी निर्भरता कम होगी, जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
प्राकृतिक खेती के फायदे?
Amrit Dhara Yojana के तहत सरकार का मुख्य उद्देश्य गोवंश की रक्षा करना तथा प्राकृतिक खेती पद्धति को बढ़ावा देना है, जैसा कि आपने देखा होगा कि परंपरागत खेती पद्धति के जरिए हमारे पूर्वज लंबे और निरोग जीवन जीते थे, लेकिन आधुनिकीकरण ने हमारे परंपरागत खेती पद्धति को पूरी तरीके से बदल दिया है लोग जैविक खाद्य के स्थान पर रासायनिक खाद का प्रयोग करने लगे हैं जिससे पैदावार तो अच्छी हो जाती हैं, लेकिन यह हमारे स्वास्थ्य जमीन और जल की गुणवत्ता को पूरी तरीके से बिगाड़ देती हैं।
योगी सरकार का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को देश का प्राकृतिक खेती हब बनाना है, जिसके लिए वह हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं, जिससे प्राकृतिक खेती को किसानों के लिए सुलभ बनाया जा सके।
अमृतधारा योजना के लिए पात्रता?
नीचे दिए गए कुछ मानदंडो को अगर आप पूरा करते हैं तो आप अमृतधारा योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं
- योजना का लाभ उन किसानों और पशुपालकों को दिया जाएगा जिनकी वार्षिक आय ₹300000 से कम है।
- किसानों के पास व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से लगभग 2.5 एकड़ या उससे अधिक असिचित कृषि भूमि होनी चाहिए।
- केवल अनुसूचित जाति के किसान ही इस योजना के लिए पात्र हैं।
अमृतधारा योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
अमृतधारा योजना के लिए किस दो मुख्य तरीकों से आवेदन कर सकता है जो इस प्रकार है।
- बैंक या SCAS शाखा से संपर्क: योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी अपने निकटतम एनएफडीसी पार्टनर बैंक या फिर स्क शाखा से संपर्क कर सकते हैं वहां से वह आवेदन फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं, फार्म में दी गई जानकारी को सटीक रूप से भरकर संबंधित दस्तावेजों के साथ आप उसे शाखा में इसे जमा कर सकते हैं
- मोबाइल ऐप के माध्यम से आवेदन: NSFDC BEAM मोबाइल ऐप की सहायता से आवेदक ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं, सबसे पहले प्ले स्टोर से NSFDC BEAM एप डाउनलोड करें, अब App में पूंछी गई जानकारी ध्यान पूर्वक भरें, अब आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और सबमिट कर दें।
अमृत धारा योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज?
आवश्यक दस्तावेजों की बात करें तो अमृत धारा योजना के लिए किसान के पास निम्नलिखित दस्तावेजों का होना आवश्यक है
- आधार कार्ड
- बैंक खाता पासबुक
- जाति प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- भूमि संबंधित दस्तावेज
आशा करते हैं आपको हमारे द्वारा प्रदान की गई अमृतधारा योजना से संबंधित जानकारी जरूर पसंद आई होगी, अगर आप भी सरकार द्वारा चलाई जा रही नई-नई योजना के प्रति जागरूक रहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरुर विजिट करें, क्योंकि यहां पर आपको मिलती है सभी प्रकार की सरकारी योजनाएं और उनसे जुड़ी जानकारी। धन्यवाद